#ख़ुद रास्ते बन जाते जब मंज़िल को चूमने का सहारा तू है #ख़ुद रास्ते बन जाते जब मंज़िल को चूमने का सहारा तू है
यह बोलते लब तुम्हारे मुझे अक़्सर उकसाते थे मुझे अपने से लगते थे इसीलिए मैं भी इन्हें यह बोलते लब तुम्हारे मुझे अक़्सर उकसाते थे मुझे अपने से लगते थे इसीलिए म...
लफ्ज़ मिलते ही नहीं, जब भी तू करीब होता है। लफ्ज़ मिलते ही नहीं, जब भी तू करीब होता है।
आंखों में नमी होंठों पर खुशी का एहसास है, बाकी सारी दुनिया लगती नहीं रास है जब तू मे आंखों में नमी होंठों पर खुशी का एहसास है, बाकी सारी दुनिया लगती नहीं रास ह...
ज़िन्दगी के हर मोड़ पर जब हम कुछ खो रहे होते हैं, तब साथ ही कुछ पा भी रहे होते हैं। इश्क़ भी इस से अछूत... ज़िन्दगी के हर मोड़ पर जब हम कुछ खो रहे होते हैं, तब साथ ही कुछ पा भी रहे होते हैं...
कवि और मै कवि और मै दो जिंदगी के छोर है एक सोचता है एक लिखता है क्या कभी मै सोच सकूँगा की क्या कवि क... कवि और मै कवि और मै दो जिंदगी के छोर है एक सोचता है एक लिखता है क्या कभी मै सोच ...